Oct 26, 2009

प्राज्ञ परीक्षा प्रश्न पत्र द्वितीय, नवम्बर 1999

भारत सरकार
राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय
हिन्दी शिक्षण योजना (परीक्षा स्कंध)

परीक्षार्थी का अनुक्रमांक (अंकों में) .....................
(शब्दों में) .....................
परीक्षा की तारीख ....................... 1999 प्राप्तांक .........................
परीक्षक के हस्ताक्षर .........


प्राज्ञ परीक्षा - नवम्बर 1999

प्रश्न-पत्र - द्वितीय

समय : 3 घंटे पूर्णांक : 100
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नोट :- कृपया सभी प्रश्नों के उत्तर उनके नीचे दिए गए खाली स्थानों पर लिखें ।
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1. निम्नलिखित अंग्रेजी शब्दों / पदबंधों के हिन्दी पर्याय दीजिए और उन हिन्दी शब्दों को कार्यालयीन हिन्दी वाक्यों में प्रयोग कीजिए :- (15 अंक)

1. Temporary Pass :

2. Reconsideration :

3. Renewal :

4. Housing Scheme :

5. Bilingual :

6. Financial Sanction :

7. Interview :

8. Emoluments :

9. Festival advance :

10. Justification :


2. नीचे लिखे गए हिन्दी शब्दों / पदबंधों के अंग्रेजी पर्याय लिखिए और दिए गए मूल हिन्दी शब्दों / पदबंधों का हिन्दी वाक्यों में प्रयोग कीजिए :- (15 अंक)

1. प्रतिनियुक्ति :
2. अनुवर्ती कार्रवाई :
3. रखरखाव :
4. समायोजन :
5. सक्षम अधकिारी :
6. सवारी भत्ता :
7. प्रतीक्षा सूची :
8. प्रतिपूति :
9. जांच-पड़ताल :
10. पात्रता :


3. हिन्दी में अनुवाद कीजिए :- (अंक 10)

1. Facts of the case may kindly be put up.

2. Despite reminders, there has been delay in submission of statement.

3. No decision has so far been taken in the matter.

4. Administrative approval may be obtained.

5. All ministries and departments to note and comply.



4. अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :- (10 अंक)

1. देर के लिए खेद है ।

2. इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए ।

3. इस मामले में इस समय कोई आश्वासन नहीं दिया जा सकता ।

4. प्रशासनिक अनुमोदन प्राप्त कर लिया जाए ।

5. नई नियुक्ति के लिए प्रस्ताव का औचित्य शीघ्र भेजें ।


5. उदाहरण के अनुसार बदलिए :- (5 अंक)

नमूना - (1) उत्तर भेज दिया जाए ।
(2) उत्तर न भेजा जाए ।

1. परिपत्र जारी कर दिया जाए ।

2. परीक्षाफल प्रकाशित कर दिया जाए ।

3. बैठक बुला ली जाए ।

4. आगे की कार्रवाई रोक दी जाए ।

5. रोकड़ अनुभाग में श्रीरामनाथ को तैनात कर दिया जाए ।

6. वाक्यों को पूरा कीजिए :- (अंक 5)

(1) हम सहमत हैं परंतु आगे इसका उदाहरण के रूप में उल्लेख .........................।

(2) अनुसंधान सहायकों के दो पदों को भरने के लिए मंत्रालय सभी मंत्रालयों से ..........।

(3) श्री कमलकांत को चेतावनी दी जाती है कि ..................................।

(4) यदि स्पष्टीकरण सात दिन के अंदर न मिला तो ......................................।

(5) मांगी गई सूचना दिनांक 10-12-99 तक भेज दें जिससे . ............................।


7. आपके कार्यालय में लेखन सामग्री नहीं है, इसकी आपूति तत्काल करनी है । लेखन सामग्री की खरीद स्थानीय बाज़ार से करने हेतु कार्यालय सहायक की हैसियत से एक टिप्पणी अपने उच्च अधकिारी को लिखिए । (10 अंक)


8. गलत के आगे (F) तथा सही के आगे (T) निशान लगाइए । (5 अंक)

(1) दो मंत्रालय आपस में कार्यालय ज्ञापन का प्रयोग कर सकते हैं । ( )

(2) र्अध सरकारी पत्र का प्रयोग व्यक्ति को सूचना देने के लिए किया जाता है । ( )

(3) परिपत्र का प्रयोग किसी व्यक्ति विशेष को अनुदेश देने के लिए नहीं किया जाता है
। ( )

(4) पत्र में संबोधन नाम से किया जाता है । ( )

(5) कार्यालय आदेश में उत्तम पुरुष एक वचन का प्रयोग नहीं किया जाता है । ( )


9. कार्यालयीन हिन्दी के संदर्भ में नीचे दिए पदबंधों / क्रियापदों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए :-
(10 अंक)

(1) नहीं दी जा सकती ।

(2) प्रतीक्षा की जा रही है ।

(3) रोक ली गई है ।

(4) विचाराधीन रहा है ।

(5) क्यों न की जाए ।


10. निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए तथा नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर हिन्दी में
दीजिए: (15 अंक)

जिस भाषा द्वारा राष्ट्रीय या अन्तर-प्रादेशिक स्तर पर सरकारी कामकाज का संचालन होता है, उसे राजभाषा कहते हैं और संपूर्ण राष्ट्र में किसी न किसी रुप में बोली तथा समझी जाने वाली संपर्क भाषा को राष्ट्रभाषा के नाम से अभिहित किया जाता है । राजभाषा और राष्ट्रभाषा की संकल्पनाएं अलग-अलग हैं । जैसे मुगलकाल में भारत की राजभाषा तो अरबी थी परंतु राष्ट्रभाषा अरबी नहीं थी, बल्कि हिन्दुस्तानी थी । इसी प्रकार अंग्रेजी काल में भी भारत की राजभाषा तो अंग्रेजी थी, परंतु राष्ट्रभाषा या जनसंपर्क की भाषा हिन्दी या हिन्दुस्तानी थी । यह बात अलग है कि कभी-कभी राजभाषा और राष्ट्रभाषा दोनों का गौरव एक ही भाषा को प्राप्त हो जाता है जैसे कि आज भारत में हिन्दी को प्राप्त है ।

यदि कोई परिष्कृत मानक भाषा अपने विकास-क्रम में, अपने सीमित क्षेत्र का अतिक्रमण करके अन्य प्रदेशों के अन्य भाषा-भाषियों को भी प्रभावित करती है और भाषा-भाषी समुदायों के साथ भी सार्वजनिक रूप से व्यवहृत होने लगती है, तो वह अनायास ही राष्ट्रभाषा के पद पर सुशेभित हो जाती है । आज हिन्दी की स्थिति पर विचार करने से पता चलेगा कि वह उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश आदि प्रदेशों के अतिरिक्त समस्त भारत में किसी न किसी रूप में बोली या समझी जाती है । अत: वह यथार्थत: समूचे भारत-राष्ट्र की राष्ट्रभाषा है और राजभाषा और राष्ट्रभाषा दोनों का गौरव प्राप्त करने में सक्षम है ।

(1) राजभाषा और राष्ट्रभाषा में क्या अंतर है ?

(2) मुगलकाल में भारत की राजभाषा व राष्ट्रभाषा क्या थी ?

(3) आज भारत में हिन्दी को किस प्रकार का गौरव प्राप्त हुआ है ?

(4) किस भाषा को राष्ट्रभाषा के पद पर सुशोभित होने का श्रेय मिलता है ?

(5) हिन्दी राजभाषा और राष्ट्रभाषा दोनों का गौरव प्राप्त करने में किस प्रकार सक्षम
रही है ?

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