Jul 26, 2009

"कंप्यूटर पर हिंदी में काम: इतना सरल इतना आसान कि दीवाना बना दे”

- अजय मलिक -
हम अपनी मातृभाषाओं में बातचीत किए बिना चैन नहीं पाते. लड़ाई-झगडे के दौरान अंग्रेजी हमें अजीब सी लगती है मगर लिखने-पढ़ने की बात आते ही हम पर अंग्रेजी का भूत सवार हो जाता है जिसे हम कई तरह की मजबूरियों के तर्कों से ताक़त प्रदान करते हैं . हम नेशन और नेशनल की बात भूल जाते हैं,इंटरनेशनल स्तर पर संभावित काल्पनिक समस्याएँ
 हमारे मन में छुपे अंग्रेजी मोह को मोहक बना देती हैं . नतीजा यह कि गाँव के पंचायती रजिस्टर में भी हम अपना नाम अपनी भाषाओं में लिखने से कतराते हैं. भारतीय भाषाओं में आज सब कुछ करना संभव है और बिना एक पैसा अतिरिक्त खर्च किए संभव है . वह दिन गए जब कंप्यूटर की दुहाई देकर कहा जाता था कि इस मशीन के बिना काम नहीं चलता और ये मशीन हिंदी में नहीं चलती. आज वही मशीन भारतीय भाषाओं को उनकी वास्तविक सत्ता सौंपने को बेकरार है .
माइक्रोसाफ्ट तक ने इस बात को समझा है और पूरे व्यापारी दिमाग के साथ समझकर विन्डोज़ 2000, xp तथा विन्डोज़ विस्ता में इनबिल्ट हिंदी तथा भारतीय भाषाओं में काम करने की सुविधा दी है. आमतौर पर विन्डोज़ इंस्टाल करने वाला कुछ तो हार्ड डिस्क में जगह बचाने के चक्कर में और कुछ हमारे अंग्रेजी मोह के चलते इस सुविधा को सक्रिय करने वाली फाइलों को इंस्टाल नहीं करता. बस आपको अपने कंप्यूटर में इस सुविधा को सक्रिय भर करने की आवश्यकता है.

यूनिकोड सक्रिय तो हिंदी सक्रिय

आप अपने कंप्यूटर पर हिंदी सक्रिय कीजिए . सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई गई हिंदी फोंट्स की CD से हिंदी यूनिकोड समर्थित ड्राइवर्स, की-बोर्ड ,हिंदी IME तथा 160 हिंदी यूनिकोड फोंट्स अपने कंप्यूटर में स्थापित कर सकते हैं. इतना भर करने से आपका कंप्यूटर वे सारे कार्य हिंदी में करने में सक्षम हो जाएगा जो अब तक वह केवल अंग्रेजी में करता था. यूनिकोड सक्रिय करने का ढंग bhashaindia.com तथा राजभाषा विभाग की वेबसाईट rajbhasha.nic.in से सीखा जा सकता है. आपकी सुविधा के लिए इसे यहां भी दिया जा रहा है –

• Start -> Control Panel -> Language and Regional Options > double Click on Regional and Language Options > Languages > (tick or choose) install files for complex scripts and right to left languages (including Thai) > apply > insert win xp cd in the drive > ok > reboot. कम्प्यूटर रिस्टार्ट होने पर फिर से -
• Start -> Control Panel -> Language and Regional Options > double Click on Regional and Language Options > Languages > details > (choose) Hindi traditional >add >Hindi traditional key board layout >apply >ok।
******Still facing problems than click the link below
How to enable Language in Computer
(rajbhasha.nic.in ke saujany se )*****

इतना करने पर भी यदि आपको लगता है कि आपकी समस्या दूर नहीं हुई तो फिर नीचे दिए गए अचूक रामबाण नुस्खे आजमाइए . मेरा दावा है कि आप न सिर्फ अपनी भारतीय भाषाओं में काम करना शुरू कर देंगे बल्कि अंग्रेजी में काम काज करना भूल जाएंगे .

Google Indic Transliteration

इंटरनेट की सुविधा होने पर Google Indic Transliteration के द्वारा 11 भारतीय भाषाओँ में यूनिकोड फांट्स में पाठ (text) तैयार किया जा सकता है . इन भाषाओं में पाठ तैयार करने के लिए आपको भाषा विशेष की टाइपिंग के अभ्यास या प्रशिक्षण की भी आवश्यकता नहीं है. इसके लिए कोई द्विभाषी साफ्टवेयर भी अलग से इंस्टाल करने अथवा खरीदने की भी आवश्यकता नहीं होती . कंप्यूटर संचालन का सामान्य ज्ञान होने पर आप आसानी से अपनी भाषा में टाइप कर सकते हैं. सबसे पहले जिस भाषा में टाइप करना है उसका चयन करें इसके बाद रोमन अर्थात अंग्रेजी की-बोर्ड की सहायता से अंग्रेजी में टाइप करें . स्पेस - बार दबाते ही रोमन में टाइप शब्द चयन की गई भाषा में लिप्यांतरित (Transliterate) हो जाएगा . उदाहरण के लिए राम (ராம் ) टाइप करने के लिए ram ; मोहन (மோகன்) के लिए mohan टाइप करें. स्पेस बार दबाने पर आपको लिप्यांतरित शब्द मिल जाएगा ( சபேஷ் பார் டபானே பர் ஆபகோ லிப்யாண்டரிட் ஷப்த் மில் ஜாஏகா ) .
यदि आपको लगता है कि शब्द की वर्तनी सही नहीं है तो कर्सर को सबंधित शब्द पर ले जाने पर कई विकल्प आपको मिल जाएंगे. मान लीजिए आपको ‘चेन्नै’ टाइप करना है किन्तु लिप्यांतरित शब्द ‘चेन्नई’ आ रहा है तो ‘चेन्नई’ पर कर्सर ले जाने पर आपको आगे दिए गए अनेक विकल्प मिलेंगे - चेन्नाई , चेन्नई , चेंनै , चेन्नै , Chennai
बिना दुबारा टाइप किए आप सही विकल्प चुन सकते हैं. सिर्फ इतना ध्यान रखना है कि computer के लिए रोमन में आपको kampyutar टाइप करना है अर्थात भारतीय भाषाओं में जिस रूप में शब्द लिखा जाता है, उसी रूप में रोमन में टाइप करना है.

quillpad

यदि आपके पास लगातार इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो आप quillpad की सुविधा का का लाभ उठा सकते हैं . पहले माइक्रोसाफ्ट वर्ड में रोमन में टाइप कर लीजिए तथा इन्टरनेट की सुविधा मिलने पर रोमन में टाइप इन सभी पृष्ठों को quillpad साइट पर भाषा चयन के बाद edit विंडो में पेस्ट कर दीजिए सेकेंड्स में सम्बंधित भाषा में लिप्यांतरित पाठ प्राप्त हो जाएगा . इसके माध्यम से आप अंग्रेजी के नाम पतों को हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में लिप्यांतरित कर सकते हैं

अपनी मातृभाषा में e-mail

उपर्युक्त दोनों साइट्स के माध्यम से तैयार पाठ कट-पेस्ट करके बिना किसी परेशानी के आप अपनी मातृभाषा में e-mail भेज सकते हैं . Gmail पर सीधे भी हिंदी तथा चारों दक्षिण भारतीय भाषाओं में मेल भेजने की सुविधा उपलब्ध है.

मंत्र राजभाषा MANTRA : अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद का मंत्र

राजभाषा विभाग द्वारा तैयार किए गए मंत्र सॉफ्टवेयर के माध्यम से लिप्यान्तरण के साथ साथ अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद भी किया जा सकता है . मन्त्र सॉफ्टवेयर राजभाषा विभाग की वेबसाईट rajbhasha.gov.in से निशुल्क डाऊनलोड किया जा सकता है .

Google translate : सेकेंड्स में सैंकड़ों पृष्ठों का अनुवाद

गूगल ट्रांसलेट साइट से यूनिकोड फोंट्स में तैयार हिंदी दस्तावेजों का अंग्रेजी तथा अंग्रेजी दस्तावेजों का हिंदी में में अनुवाद किया जा सकता है . आपको केवल आनलाइन गूगल ट्रांसलेट साइट पर अपने दस्तावेजों को पेस्ट करना है तथा किस भषा से किस भाषा में अनुवाद करना है इसका चयन करना है . इसके बाद केवल ट्रांसलेट क्लिक करना है . सेकेंड्स में सैंकड़ों पृष्ठों का अनुवाद आपके सामने होगा . किन्तु अनुवाद की अपनी सीमाएं हैं . मशीनी अनुवाद अगर साठ से सत्तर प्रतिशत भी सही हो जाता है तो क्या यह उपलब्धि नहीं है ?

श्रुतलेखन : बोलकर टाइप कीजिए हिंदी में

श्रुतलेखन राजभाषा विभाग द्वारा तैयार कराया गया एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो हिंदी टाइपिस्ट तथा स्टेनोग्राफर के न मिल पाने से विशेषकर दक्षिण भारत में हिंदी में कामकाज करने में आने वाली समस्याओं का सरल तथा आदर्श समाधान प्रस्तुत करता है. शर्त सिर्फ इतनी है कि आपको हिंदी बोलना आना चाहिए .
सशस्त्र सेवाओं से सेवानिवृत ऐसे अनेक सरकारी कर्मचारी हैं जो हिंदी में धारा प्रवाह बोल सकते हैं किन्तु हिंदी पढ़ना-लिखना उन्हें नहीं आता. ऐसे कर्मचारी या अधिकारी श्रुतलेखन के प्रयोग से आसानी से हिंदी में पत्राचार कर सकते हैं . आपको श्रुतलेखन इंस्टाल करने के बाद माइक्रोफोन की सहायता से कंप्यूटर को डिक्टेशन देना है बाकी का काम कंप्यूटर स्वयं कर लेगा . वर्तनी की त्रुटियाँ हों या शब्दों में लिखी संख्याओं को अंकों में परिवर्तित करना श्रुतलेखन से सब एकदम आसान . इस सॉफ्टवेयर के प्रयोग से ऐसे लोग भी जिनकी मातृभाषा हिंदी नहीं है लगभग ९० प्रतिशत से अधिक सही पाठ / दस्तावेज़ तैयार कर सकते हैं .

सुविधा: यानी सारी असुविधाओं का अंत

“सुविधा” से ऐसी सारी असुविधाओं का अंत हो जाता है जो हिंदी में तैयार पुरानी फाइलों से जुडी फोंट्स की समस्याओं के कारण आती हैं . इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आपकी अक्षर, आकृति, APS, ISM आदि में तैयार पुरानी फाइलों को मिनटों में यूनिकोड फोंट्स में बदला जा सकता है . साथ ही यह सॉफ्टवेयर नौ प्रकार के हिंदी "की-बोर्ड्स" से टाइप करने की सुविधा माइक्रोसाफ्ट आफ़िस के साथ उपलब्ध कराता है.

लीला यानी कंप्यूटर से हिंदी सीखने की लीला

यदि आप किसी भी कारण से हिंदी सीखने की समस्या से परेशान हैं तो उसका समाधान इंटरनेट पर राजभाषा विभाग की वेबसाईट rajbhasha.gov.in पर भी निशुल्क उपलब्ध है . लीला प्रबोध से आप अपनी मातृभाषा के माध्यम से हिंदी सीख सकते हैं. यह निशुल्क आनलाइन पाठ्यक्रम उन हिंदीतर भाषी अभिभावकों के लिए बेहद उपयोगी है जो अपने बच्चों के हिंदी ट्यूशन को लेकर परेशान हैं तथा अक्सर अच्छी हिंदी व्याकरण की पुस्तकों की खोज में मारे-मारे फिरते हैं. इसमें पाठ में आए शब्दों के उच्चारण सुनने तथा अपने उच्चारण को सही करने के लिए रिकार्ड करने की भी सुविधा है. आडियो-वीडियो की सुविधा सीखना सरल और आकर्षक बना देती है . लागआन तो कीजिए . पहले हिंदी सीखिए और फिर यूनिकोड से शुरू हो जाइए.

3 comments:

  1. pratibhaji aap dhnya hain ! dakshin bharat me aap ke dvara ki gai mehnat ek din jarur rang layegi.

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  2. Itanee mahatvpoorn jankariyan dene ke liye apko sadhuvad.hindi blogs men apka svagat hai.
    HemantKumar

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