अशिष्ट जी की पिछले कुछ दिनों से कोई ख़बर नहीं है। वे लापता हैं और हम मज़बूर हैं गुमनामी के नाम की अगली कड़ी न दे पाने के लिए । हमने वादा किया था २९ अगस्त से पहले प्रकाशित करने का मगर अशिष्ट जी के नाम से उनके पते का पता नहीं चलता । हमें पूरी उम्मीद है कि वे हमारे ब्लॉग को ज़रूर देख रहे होंगे और जल्दी ही हमें गुमनाम होने से बचा लेंगे।
Aug 29, 2009
गुमनामी के नाम : विलंब के लिए खेद है.
Posted by:AM/PM
हिंदी सबके लिए : प्रतिभा मलिक (Hindi for All by Prathibha Malik)
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8/29/2009 06:53:00 PM
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