सीखने की कोई सीमा या उम्र नहीं होती। संसार में ज्ञान-विज्ञान का कितना विशाल भंडार है, कोई नहीं जानता। फिर भी आवश्यकता और अवसरों को ध्यान में रखते हुए कोई न कोई सीमांकन तो करना ही पड़ता है।
यदि आपने अब तक उपलब्ध कराए गए लिंक्स का उपयोग किया है तो आप ही बताएं-
हिंदी भाषा के अक्षर ज्ञान से लेकर हिंदी में पत्राचार करने तक के कौशलों के विकास के लिए अब तक दिए गए लिंक्स क्या पर्याप्त नहीं हैं?
जब तक आपकी प्रतिक्रया इस संबंध में नहीं मिलेगी हम नए links न देकर अभ्यास पर अधिक बल देंगे ।
No comments:
Post a Comment