अँग्रेजी के मामले में हमने चीन और पाकिस्तान दोनों को पछाड़ दिया है। अँग्रेजी में वैसे सदा से ही हम अगड़े थे और चीन पिछड़ा...। चिंता मत कीजिए - बस कुछ ही दिनों, सालों की बात है हम आबादी के मामले में भी चीन को पिछड़ा बनाकर ही दम लेंगे। पैसा ही सब कुछ थोड़े ही होता है, इंसान बड़ी चीज़ है। इंसानियत के साथ-साथ अंग्रेज़ियत का रुतबा ...और क्या चाहिए? दो चार दिन भूखे रहने से कोई मर थोड़े ही जाएंगे? फिर देर-सबेर मरते तो सभी हैं, अँग्रेजी के साथ खाली पेट मरने में भी मज़ा है...
Nov 5, 2012
चीन के पास क्या है, हमारे पास अँग्रेजी है !
Posted by:AM/PM
हिंदी सबके लिए : प्रतिभा मलिक (Hindi for All by Prathibha Malik)
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11/05/2012 07:39:00 AM
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