हमारी यह कोशिश रही है कि हिंदीतर भाषी हिन्दी प्रेमी विद्यार्थियों के साथ-साथ हमारे मित्र सहकर्मियों के रोज़मर्रा के कार्यालयीन दायित्वों के निर्वाह के लिए भी "हिंदी सबके लिए" सहायक सिद्ध हो सके। इसी क्रम में पिछले दिनों प्रवीण के पाठ सारांशों में दो और पाठों के सारांश सरल शब्दों में तैयार कर जोड़े गए हैं।
प्राज्ञ पाठ्यक्रम के मसौदा लेखन भाग के विभिन्न मसौदों का अलाइनमेंट यानी संरेखण भी गूगल क्रोम की सहायता से सही करने की कोशिश की गई है। अभी भी इसमें बहुत सुधार की आवश्यकता है और हम वादा करते हैं कि आगे भी हम निरंतर सुधार की यह प्रक्रिया जारी रखेंगे।
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