टूटी फूटी सी दुकान में
चोरों ने देखा-
बड़ी सी एक तिजोरी में
बड़ा मजबूत सा ताला पड़ा है।
हैरान से हँसकर वे बोले-
गुरु घंटाल हैं बड़े
बेशर्म हैं जिनसे पाला पड़ा है।
ये खुरदरे चेहरे बड़े बे-रौनक सही
मगर हैं मगर
अंदर बड़ा घोटाला पड़ा है।
इस पुरानी
रेजगारी पर मत जाइए
तनिक घिसे सिक्कों को
परे सरकाइए
फिर देखिए
कितना बे-हिसाब और
बे-शुमार है
जो काला पड़ा है।
टूटी दुकान में बड़ी तिजोरी है
और तिजोरी में ताला पड़ा है।
-अजय मलिक
03-05-1985, प्रात: 9.00 बजे
चोरों ने देखा-
बड़ी सी एक तिजोरी में
बड़ा मजबूत सा ताला पड़ा है।
हैरान से हँसकर वे बोले-
गुरु घंटाल हैं बड़े
बेशर्म हैं जिनसे पाला पड़ा है।
ये खुरदरे चेहरे बड़े बे-रौनक सही
मगर हैं मगर
अंदर बड़ा घोटाला पड़ा है।
इस पुरानी
रेजगारी पर मत जाइए
तनिक घिसे सिक्कों को
परे सरकाइए
फिर देखिए
कितना बे-हिसाब और
बे-शुमार है
जो काला पड़ा है।
टूटी दुकान में बड़ी तिजोरी है
और तिजोरी में ताला पड़ा है।
-अजय मलिक
03-05-1985, प्रात: 9.00 बजे
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