प्रिय श्री admin बंधु, आपके स्नेह के लिए आभारी हूँ। हमारा यह ब्लॉग किसी भी व्यावसायिक सोच से परे है तथा हमारी राजभाषा हिन्दी और मेरी मातृभाषा हिन्दी के निशुल्क प्रचार-प्रसार के लिए है। किसी भी तरह के आर्थिक लाभ के लिए यह ब्लॉग नहीं बनाया गया है। सादर
बहुत खूब उत्कर्ष रचना
ReplyDeleteमेरी नई रचना
फरियाद
एक स्वतंत्र स्त्री बनने मैं इतनी देर क्यूँ
दिनेश पारीक
प्रिय श्री admin बंधु,
ReplyDeleteआपके स्नेह के लिए आभारी हूँ। हमारा यह ब्लॉग किसी भी व्यावसायिक सोच से परे है तथा हमारी राजभाषा हिन्दी और मेरी मातृभाषा हिन्दी के निशुल्क प्रचार-प्रसार के लिए है। किसी भी तरह के आर्थिक लाभ के लिए यह ब्लॉग नहीं बनाया गया है।
सादर