विंडोज़ 8 पर श्रुतलेखन राजभाषा आसानी से स्थापित हो जाता है किन्तु सीडैक द्वारा विंडोज़ 7 के लिए जारी पैच एसएलआर स्थापित नहीं होता। इसके बावजूद भी श्रुतलेखन विंडोज 8 में काम करता है। पिछले दिनों नई दिल्ली में प्राध्यापक मित्र श्री विक्रम सिंह से श्रुतलेखन पर आधी-अधूरी सी चर्चा हुई थी। वापस लौटकर एक-दो दिन उलझने के बाद जो एक बात मेरी समझ में आई , वह यह है कि यदि विंडोज़ 7 या 8 में कीबोर्ड लेआउट आईएमई या माइक्रोसॉफ़्ट इंडिक लैड्ग्वेज इंडिक टूल्स का चयन करने के बाद डिक्टेशन शुरू किया जाए तो श्रुतलेखन से काफी हद तक सही परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इसका मतलब है कि आपके कंप्यूटर में हिन्दी यूनिकोड सक्रिय हो और समुचित आईएमई वगैरा इंस्टाल होने के साथ-साथ श्रुतलेखन पर कार्य करते समय हिन्दी कीबोर्ड का चयन किया हुआ होना चाहिए। श्रुतलेखन इंस्टाल होने के बाद आपके डेस्क टॉप पर 4 आइकॉन दिखाई दे सकते हैं, इनमें से दो आइकॉन श्रुतलेखन के लोगो जैसे दिखाई देते हैं जबकि दो वाणीलेखन से संबन्धित हैं। आपको श्रुलेखन राजभाषा वाले आकोन को डबल क्लिक करके अथवा आवश्यकतानुसार दाया क्लिक-> रन एज़ एडमिनिस्ट्रेटर को क्लिक करके आगे बढ़ाना है। श्रुतलेखन टूलबार आमतौर पर विंडोज़ एक्सपी में ही काम करता है। विंडोज़ के अन्य संस्करणों पर इसके काम करने की संभावनाएं बहुत कम हैं। यदि विंडोज़ एक्सपी में हिन्दी कीबोर्ड का चयन नहीं किया जाएगा तो टूल बार के परिणाम खाली डिब्बे भर होंगे।
श्रुतलेखन पर काम करते समय माइक्रोफोन सैटिंग्स को लगातार चैक करते रहें। वैसे तो माइक एवं माइक्रोफोन बूस्ट को अधिकतम पर रखने की सिफ़ारिश की जाती है लेकिन कुछ लैपटॉप्स में रिकोर्डिंग डिवाइस -> माइक प्रॉपर्टीज़ -> लेवल्स -> माइक एवं माइक्रोफोन बूस्ट को अधिकतम पर रखने पर समस्या भी आ सकती है। मेरा विचार यह है कि माइक्रोफोन बूस्ट को 20 dB से अधिक न रखा जाए, कुछ लेपटॉप्स में यह अधिकतम 30 डीबी या उससे अधिक हो सकता है।
विंडोज़ 8 में मंत्र राजभाषा एसक्यूएल सर्वर पर आकर इंस्टाल होना बंद हो जाता है। मुझे लगता है कि विंडोज़ 8 के लिए उपयुक्त एसक्यूएल सर्वर के साथ ही इसे स्थापित कर पाना संभव हो सकता है।
-अजय मलिक