आज हिंदी सबके लिए ने दो वर्ष का सफर पूरा कर लिया। मूलत: राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित इस छोटे से प्रयास से बेशक बहुत कुछ तो नहीं पाया जा सका, फिर भी कुछ थके-हारे से कदम बढ़ाने की हिम्मत तो जुटाई ही गई। पाठकों का जितना स्नेह पाने के मोह के साथ हमने शुरुआत की थी उससे तो ज्यादा ही पाया सा लगता है। हाँ, हमारे प्रयासों में जरूर कुछ शिथिलता आई है जिसका कारण व्यस्तता भी है। यदि ईश्वर कृपा रही तो इस तीसरे वर्ष में कुछ स्फूर्ति दिखा सकने का प्रयास हम जरूर करेंगे।
-हिंदी सबके लिए परिवार
हिंदी सबके लिए अभियान के सफलतम सफर के दो वर्ष पूरे होने पर मेरी हार्दिक बधाइयाँ । हम लोगों के थके-हारे कदमों से ही कहीं जाकर हिंदी की तक़दीर बदल जाए तो बड़ा अच्छा होगा । व्यस्तता और त्रस्तता के बीच ही सही ऐसे अभियान हम जारी रखने होंगे । आप दंपति की निष्ठा के लिए मैं श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हूँ । लगे रहें... जोश के साथ... - डॉ. सी. जय शंकर बाबु
ReplyDeleteआप के प्रयास सराहनीय हैं.शिथिलता भले ही हो परंतु जारी रखीये.२ वर्ष पूरे होने पर बधाई और शुभकामनाएँ.
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