फिर से सारे संसार को
आने वाले
कल-परसों-नरसों के लिए
ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।
नववर्ष 2010
पुराना होने से पहले
सबको वह सब कुछ दे पाए
जो हर आने वाले वर्ष से
बरसों-बरसों से हर बेबस
उम्मीदें लगाता आया है।
Dec 31, 2009
क्या बीती जो बीत गई जब बात अभी तक बाकी है
Posted by:AM/PM
हिंदी सबके लिए : प्रतिभा मलिक (Hindi for All by Prathibha Malik)
at
12/31/2009 07:25:00 PM
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment