Mar 2, 2013

धूप खिली देखकर...

हर घड़ी आजकल

हर ओर शून्य सा

क्यूँ उघड़ जाता है

सूरज में अँधेरा सा

चाँद नज़र आता है  

धूप खिली देखकर

क्यूँ मन घबराता है  
 
-अजय मलिक (c)

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