कुछ मित्रों की मांग पर एक बार फिर से हम
बेहद सरल ढंग से यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि आप अपने कंप्यूटर में हिन्दी
एवं अन्य भारतीय भाषाओं को बिना किसी अतिरिक्त व्यय के कैसे सक्रिय करें तथा कैसे
मन चाहा कुंजी पटल रेडीमेड अथवा स्वनिर्मित प्रयोग में लाएँ।
अक्सर इस प्रश्न का कुछ अप्रत्याशित उत्तर दिया जाता है जैसे कि "ऑफिस 2003 या 2007 या अन्य कोई एम एस ऑफिस वर्जन आदि ।"
यह जान लेना बेहद जरूरी है कि एम एस ऑफिस आपरेटिंग सिस्टम नहीं है बल्कि आपरेटिंग सिस्टम के सहारे कार्यालय का काम करने का एक सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम है। हमारे कार्यालयों में प्रशासनिक कार्य के लिए अधिकांश कम्प्यूटर्स में माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज़ (95, 98, 98II, मिलेनियम,2000, XP, VISTA अथवा विंडोज़ 7) ऑपरेटिंग सिस्टम्स इंस्टाल हैं।
विंडोज़ 95, विंडोज़ 98, विंडोज़ 98II, विंडोज़ मिलेनियम केवल बहुत पुराने कम्प्यूटर्स में हो सकते हैं तथा इन पर भारतीय भाषाएँ सक्रिय करने पर हम विचार नहीं कर रहे हैं।
यहाँ हम केवल विंडोज़ 2000, XP, VISTA अथवा विंडोज़ 7 (विंडोज़ 8, 8.1, 10 से संबन्धित सामग्री बाद में जोड़ी गई है।) ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर्स पर भारतीय भाषाओं को सक्रिय करने अर्थात देवनागरी कुंजीपटल इंस्टाल करने अथवा चुनने की विधि पर विचार कर रहे हैं।
सभी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ में यूनिकोड स्वत: सक्रिय है या ये कहें कि अँग्रेजी सहित सभी भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स पहले से ही काम कर रहे है। केवल भारतीय भाषाओं को सक्रिय करने की आवश्यकता है। इसे ही हम सामान्य बोलचाल की भाषा में हिंदी यूनिकोड या भारतीय भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स इंस्टाल करना कहते हैं।
जब आपको यह पता चल जाता है कि आपके कंप्यूटर में कौन सा ऑपरेटिंग सिस्टम** यानी कौन सा विंडोज़ है – विंडोज़ 2000 है या विंडोज़ एक्स पी है या विंडोज़ विस्ता है या विंडोज़ 7 है तो जो पीडीएफ फाइल आपने राजभाषा विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड कर अपने डेस्कटॉप पर डाली थी उसके अनुसार आगे बढ़िए।
यदि आपके कंप्यूटर में 'विंडोज़ एक्स पी' या 'विंडोज़ 2000' है (यहाँ हम इन दोनों आपरेटिंग सिस्टम के किसी भी वर्जन की बात कर रहे हैं। आपको इस बात से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है कि विंडोज़ एक्स पी होम बेसिक है या प्रोफेशनल है।) तो आपको आपरेटिंग सिस्टम की इंस्टालेशन सी डी की आवश्यकता पड़ती है जिसे आपको पहले से अपने साथ रखना चाहिए।
विंडोज़ विस्ता तथा विंडोज़ 7 के सभी वर्जनों में हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाएँ पहले से ही सक्रिय आती हैं यानी भारतीय भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स पहले से ही कार्य कर रहे होते हैं।
जब आप भारतीय भाषाओं के तथाकथित यूनिकोड सक्रिय कर लेते हैं तो अगला काम होता है ऐसा उपकरण स्थापित करना जिससे हम भारतीय भाषाओं के चिह्न यानी अक्षर, मात्राएँ आदि का इनपुट दे सकें। इसका मतलब है कि हमें ऐसा कुंजीपटल (Keyboard) चाहिए जिससे हिंदी अथवा अन्य भारतीय भाषाओं में टाइप करने की सुविधा मिल सके। इसके लिए हमें IME यानी इनपुट मैथड़ एडिटर स्थापित (इंस्टाल) करने की आवश्यकता पड़ती है। 'IME 1' जिसे अब indic input1भी कहा जाता है, 32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स विन्डोज़ 2000, विंडोज़ एक्स पी तथा सर्वर 2003 के लिए हैं।
'IME 2' जिसे अब Indic Input-2 भी कहा जाता है, के 32 बिट तथा 64 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स के लिए अलग-अलग दो वर्ज़न हैं। 32 बिट विंडोज़ विस्ता, सर्वर 2008 तथा विंडोज़ 7 के लिए 32 बिट इंडिक इनपुट 2 या 'IME 2' हैं। '64 बिट वाले विंडोज एक्सपी, विंडोज़ विस्ता, सर्वर 2003, सर्वर 2008 तथा विंडोज़ 7' के लिए 64 बिट इंडिक इनपुट 2 या 'IME 2' हैं।
इस 'की बोर्ड ले आउट' में 'इनस्क्रिप्ट' तथा 'फोनेटिक' कुंजी पटल का भी विकल्प उपलब्ध है।
सबसे
पहले यह जान लें कि विंडोज़ 2000, एक्सपी, विस्ता तथा विंडोज़ 7 संचालित कंप्यूटरों में भारतीय
भाषाओं को सक्रिय करने के लिए भारत सरकार, गृह मंत्रालय,
राजभाषा विभाग की वेब साइट www.rajbhasha.nic.in पर
बहुत ही आसान विधियां बतलाई गई हैं। इनके लिंक नीचे दिए जा रहे हैं इन्हें
क्लिक करें -
उपर्युक्त लिंक पर पीडीएफ फाइलें हैं जिन्हें
आप डाउनलोड कर अपने डेस्क टॉप पर आसानी से खोल सकते हैं तथा चरणबद्ध ढंग से एक-एक
स्टैप आगे बढ़ सकते हैं। आपको पहले यह पता होना चाहिए कि आपका आपरेटिंग सिस्टम
क्या है?
अक्सर इस प्रश्न का कुछ अप्रत्याशित उत्तर दिया जाता है जैसे कि "ऑफिस 2003 या 2007 या अन्य कोई एम एस ऑफिस वर्जन आदि ।"
यह जान लेना बेहद जरूरी है कि एम एस ऑफिस आपरेटिंग सिस्टम नहीं है बल्कि आपरेटिंग सिस्टम के सहारे कार्यालय का काम करने का एक सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम है। हमारे कार्यालयों में प्रशासनिक कार्य के लिए अधिकांश कम्प्यूटर्स में माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज़ (95, 98, 98II, मिलेनियम,2000, XP, VISTA अथवा विंडोज़ 7) ऑपरेटिंग सिस्टम्स इंस्टाल हैं।
विंडोज़ 95, विंडोज़ 98, विंडोज़ 98II, विंडोज़ मिलेनियम केवल बहुत पुराने कम्प्यूटर्स में हो सकते हैं तथा इन पर भारतीय भाषाएँ सक्रिय करने पर हम विचार नहीं कर रहे हैं।
यहाँ हम केवल विंडोज़ 2000, XP, VISTA अथवा विंडोज़ 7 (विंडोज़ 8, 8.1, 10 से संबन्धित सामग्री बाद में जोड़ी गई है।) ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर्स पर भारतीय भाषाओं को सक्रिय करने अर्थात देवनागरी कुंजीपटल इंस्टाल करने अथवा चुनने की विधि पर विचार कर रहे हैं।
सभी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ में यूनिकोड स्वत: सक्रिय है या ये कहें कि अँग्रेजी सहित सभी भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स पहले से ही काम कर रहे है। केवल भारतीय भाषाओं को सक्रिय करने की आवश्यकता है। इसे ही हम सामान्य बोलचाल की भाषा में हिंदी यूनिकोड या भारतीय भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स इंस्टाल करना कहते हैं।
जब आपको यह पता चल जाता है कि आपके कंप्यूटर में कौन सा ऑपरेटिंग सिस्टम** यानी कौन सा विंडोज़ है – विंडोज़ 2000 है या विंडोज़ एक्स पी है या विंडोज़ विस्ता है या विंडोज़ 7 है तो जो पीडीएफ फाइल आपने राजभाषा विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड कर अपने डेस्कटॉप पर डाली थी उसके अनुसार आगे बढ़िए।
[** मैकबुक में एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम्स होते
हैं। इसी प्रकार लिनक्स, डॉस, एंडरायड, आईओएस आदि भी अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स (ओ एस) हैं। वर्तमान में सभी ओ एस यूनिकोड
प्लेटफॉर्म पर विकसित किए जाते हैं।]
यदि आपके कंप्यूटर में 'विंडोज़ एक्स पी' या 'विंडोज़ 2000' है (यहाँ हम इन दोनों आपरेटिंग सिस्टम के किसी भी वर्जन की बात कर रहे हैं। आपको इस बात से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है कि विंडोज़ एक्स पी होम बेसिक है या प्रोफेशनल है।) तो आपको आपरेटिंग सिस्टम की इंस्टालेशन सी डी की आवश्यकता पड़ती है जिसे आपको पहले से अपने साथ रखना चाहिए।
विंडोज़ विस्ता तथा विंडोज़ 7 के सभी वर्जनों में हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाएँ पहले से ही सक्रिय आती हैं यानी भारतीय भाषाओं के यूनिकोड फोंट्स पहले से ही कार्य कर रहे होते हैं।
जब आप भारतीय भाषाओं के तथाकथित यूनिकोड सक्रिय कर लेते हैं तो अगला काम होता है ऐसा उपकरण स्थापित करना जिससे हम भारतीय भाषाओं के चिह्न यानी अक्षर, मात्राएँ आदि का इनपुट दे सकें। इसका मतलब है कि हमें ऐसा कुंजीपटल (Keyboard) चाहिए जिससे हिंदी अथवा अन्य भारतीय भाषाओं में टाइप करने की सुविधा मिल सके। इसके लिए हमें IME यानी इनपुट मैथड़ एडिटर स्थापित (इंस्टाल) करने की आवश्यकता पड़ती है। 'IME 1' जिसे अब indic input1भी कहा जाता है, 32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स विन्डोज़ 2000, विंडोज़ एक्स पी तथा सर्वर 2003 के लिए हैं।
'IME 2' जिसे अब Indic Input-2 भी कहा जाता है, के 32 बिट तथा 64 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स के लिए अलग-अलग दो वर्ज़न हैं। 32 बिट विंडोज़ विस्ता, सर्वर 2008 तथा विंडोज़ 7 के लिए 32 बिट इंडिक इनपुट 2 या 'IME 2' हैं। '64 बिट वाले विंडोज एक्सपी, विंडोज़ विस्ता, सर्वर 2003, सर्वर 2008 तथा विंडोज़ 7' के लिए 64 बिट इंडिक इनपुट 2 या 'IME 2' हैं।
विंडोज़ 8 के लिए indic input-3 है तथा
विंडोज़ 8.1 तथा विंडोज़ 10 के लिए indic input 2, 64 बिट्स से काम चल सकता है । ये IME या indic input
1,2,3 'भाषा इंडिया डॉट कॉम' से
निशुल्क डाउन लोड की जा सकती हैं। आप जिस भारतीय भाषा का ‘कीबोर्ड’ चाहते हैं उसकी IME डाउन लोड कर सकते हैं। यहाँ हम भाषा इंडिया के सौजन्य से हिंदी आईएमई के
डाउन लोड लिंक नीचे दे रहे हैं-
Indic Input or IME 1,
32 bits INDIC
1 32
Indic Input or IME 2, 32 bits INDIC 2 32
Indic Input or IME 2, 64 bits INDIC 2 64
Indic Input -3 or IME, 32 bits INDIC 3 32
Indic Input -3 or IME, 64 bits INDIC 3 64
विंडोज़ एक्स पी में हिंदी इंडिक IME 1(V5.1) तथा विंडोज़ विस्ता तथा विंडोज़ 7 में IME 2 स्थापित/इंस्टाल करने के बाद हिंदी में टाइप करने के लिए निम्नलिखित हिंदी कुंजी पटलों के विकल्प मिलते हैं-
Hindi Transliteration
Indic Input or IME 2, 32 bits INDIC 2 32
Indic Input or IME 2, 64 bits INDIC 2 64
Indic Input -3 or IME, 32 bits INDIC 3 32
Indic Input -3 or IME, 64 bits INDIC 3 64
विंडोज़ एक्स पी में हिंदी इंडिक IME 1(V5.1) तथा विंडोज़ विस्ता तथा विंडोज़ 7 में IME 2 स्थापित/इंस्टाल करने के बाद हिंदी में टाइप करने के लिए निम्नलिखित हिंदी कुंजी पटलों के विकल्प मिलते हैं-
Hindi Transliteration
Hindi Remington (GAIL)
Hindi Remington (CBI)
Hindi Typewriter
Hindi Typewriter 1 (Akruti)
Hindi Inscript
Hindi Webdunia Keyboard
Hindi Anglo –Nagari
Hindi Remington (PNB)
विंडोज़ 8
तथा विंडोज़ 8.1 के लिए indic input-3 से
केवल 2 कुंजी पटल मिलते हैं। इनमें से जिस भी कुंजीपटल
पर काम करने का अभ्यास आपको है उसका विकल्प आप चुन सकते हैं।
जिन्हें हिंदी
टाइपिंग नहीं आती है मगर रोमन की बोर्ड अथवा कंप्यूटर पर एक अंगुली से काम चलाऊ टाइप करने का अनुभव है वे ‘माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैड्ग्वेज इनपुट टूल’ के
प्रयोग में सरलता महसूस करेंगे तथा ये टूल नीचे दिए गए लिंक को क्लिक कर अथवा hindiforyou में दिए गए लिंक से डाउन लोड कर इंस्टाल कर सकते हैं-
(इसके लिए आपके
कंप्यूटर में NET FRAME WORK अर्थात डॉटनेट फिक्स 2.0-3.5 इंस्टाल होना जरूरी है।)
आजकल इन्स्क्रिप्ट की बोर्ड लेआउट
पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इन्स्क्रिप्ट की बोर्ड/ कुंजी पटल पर किसी एक
भारतीय भाषा की टाइपिंग सीख लेने के बाद किसी भी भारतीय भाषा की टाइपिंग की
जा सकती है क्योंकि सभी भारतीय भाषाओं के लिए इन्स्क्रिप्ट की बोर्ड एक समान है।
भाषा इंडिया डॉट कॉम पर इंडिक स्क्रिप्ट ट्यूटर नाम से एक
सॉफ्टवेयर उपलब्ध है जिसकी सहायता से इन्स्क्रिप्ट टाइपिंग सीखी जा सकती है। इसका
लिंक नीचे दिया जा रहा है- HINDI
घर बैठे निशुल्क इन्स्क्रिप्ट टाइपिंग सीखने
के लिए आसान टाइपिंग ट्यूटर भी नीचे दिए लिंक को क्लिक कर डाउनलोड किया जा सकता है।
यह ट्यूटर अँग्रेजी टाइपिंग भी सिखाता है।
एक
पुरानी सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध है जिसे जिस्ट की बोर्ड ले आउट कहा जाता है। आप TDIL
की वेबसाईट के नीचे दिए गए लिंक से जिस्ट की बोर्ड ले आउट अपने ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुसार डाउनलोड और इंस्टाल कर 'टाइपराइटर' कुंजी पटल का प्रयोग कर सकते हैं-
इस 'की बोर्ड ले आउट' में 'इनस्क्रिप्ट' तथा 'फोनेटिक' कुंजी पटल का भी विकल्प उपलब्ध है।
यदि
अब भी आप का कष्ट बरकरार है तो उसकी भी दवा मौजूद है। आप अपने ढंग से जैसा चाहें
अपना 'की बोर्ड' यानी 'कुंजी पटल'
स्वयं तैयार कर लें और काम शुरू करें। अपनी इच्छानुसार कुंजीपटल का
लेआउट तैयार करने के लिए नीचे दिए गए लिंक से विंडोज़ 'की
बोर्ड ले आउट' डाउन लोड कर मन माफिक 'की
बोर्ड' बनाएँ और बस हिंदी में शुरू हो जाएँ-
इसके
बाद भी नए बहाने ढूँढने की आवश्यकता शेष बचती है क्या ?
-अजय मलिक (c)
.
धन्यवाद सर
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