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अन्याय के विरूद्व लड़ते हुए
अब मैं रोज
स्वयं अपने साथ
अन्याय करने लगा हूँ.
इस लड़ाई में
मैं सिर्फ़ अल्पमत में ही नहीं, बल्कि
नितांत अकेला पड़ गया हूँ.
अन्याय सहने वाले सभी
विपक्ष में हैं
और बहुमत अन्याय के साथ है.
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