एक बार इसे जरुर पढ़े, आपको पसंद आएगा :- (प्यारी सीता, मैं यहाँ खुश हूँ, आशा है तू भी ठीक होगी .....) http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_14.html
जिन लोगों को हिंदी में काम करने में हिचकिचाहट होती है वे हिंदी में इन चीजों को क्रियान्वित कर कितनी सरलता से हिंदी में कार्य कर सकते है। हिंदी में कार्य करना कितना है आसान, शुरु तो किजीए * उपस्थिति पंजी में प्रतिदिन हस्ताक्षर हिंदी में करें।
* सभी प्रकार की छुट्टियों का आवेदन हिंदी में करे
* सभी सरकारी दस्तावेजों पर हिंदी हस्ताक्षर करके।
*सभी कार्यालयीन टिप्पणियां तथा मसौदे हिंदी में तैयार करके
*प्रेषण पंजी में डाक की प्रविष्टि हिंदी में करे।
*लिफाफों पर पते हिंदी में लिख कर।
*फाइल के ऊपर विषय हिंदी या द्विभाषी में लिखे।
* द्विभीषा फार्म को हिंदी में भरने का अधिक प्रयास करके।
इन सभी बातों में किसी भी व्यक्ति ने एक भी चीज़ करना आरंभ कर दिया तो कभी भी कोई न कह सकेगा -
64 वर्ष पूरे हुए, पर क्या हुआ विकास भोग रही है आज भी, हिंदी तो वनवास।। बनना थी जिसको रानी, बन गई है वो नौकरानी। फिर मैं कैसे मान लू हो रहा है देश का विकास।
बहुत बढ़िया ............
ReplyDeleteएक बार इसे जरुर पढ़े, आपको पसंद आएगा :-
(प्यारी सीता, मैं यहाँ खुश हूँ, आशा है तू भी ठीक होगी .....)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_14.html
मेरे सभी हिंदी प्रेमी भाईयों को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत बधाई
ReplyDeleteजिन लोगों को हिंदी में काम करने में हिचकिचाहट होती है वे हिंदी में इन चीजों को क्रियान्वित कर कितनी सरलता से हिंदी में कार्य कर सकते है।
ReplyDeleteहिंदी में कार्य करना कितना है आसान, शुरु तो किजीए
* उपस्थिति पंजी में प्रतिदिन हस्ताक्षर हिंदी में करें।
* सभी प्रकार की छुट्टियों का आवेदन हिंदी में करे
* सभी सरकारी दस्तावेजों पर हिंदी हस्ताक्षर करके।
*सभी कार्यालयीन टिप्पणियां तथा मसौदे हिंदी में तैयार करके
*प्रेषण पंजी में डाक की प्रविष्टि हिंदी में करे।
*लिफाफों पर पते हिंदी में लिख कर।
*फाइल के ऊपर विषय हिंदी या द्विभाषी में लिखे।
* द्विभीषा फार्म को हिंदी में भरने का अधिक प्रयास करके।
इन सभी बातों में किसी भी व्यक्ति ने एक भी चीज़ करना आरंभ कर दिया तो कभी भी कोई न कह सकेगा -
64 वर्ष पूरे हुए, पर क्या हुआ विकास
भोग रही है आज भी, हिंदी तो वनवास।।
बनना थी जिसको रानी, बन गई है वो नौकरानी।
फिर मैं कैसे मान लू हो रहा है देश का विकास।
धन्यवाद
नितिन जैन